बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छतासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता
अध्याय - 5
विटामिन्स
(Vitamins)
पाठ्य सामग्री
विटामिन्स का परिचय
विटामिन की खोज तथा स्वास्थ्य पर इनके प्रभाव का इतिहास बड़ा ही रोचक है। सन् 1601 ई० में लैंकास्टर ने नाविकों को होने वाली स्कर्वी नामक बीमारी से नीबू व सन्तरा खिलाकर छुटकारा दिलाया। सन् 1865 ई० में ट्रोसेयई नामक वैज्ञानिक ने कॉड लिवर ऑयल द्वारा बच्चों को रिकेट्स नामक रोग से मुक्ति दिलाई। सन् 1882 ई० में टकाकी ने जापानियों के आहार में रोटी की जगह चावल देकर उन्हें बेरी-बेरी रोग से मुक्त कराया।
सन् 1901 ई० में ग्रिन्स ने सिद्ध किया की पॉलिश किए चावल में कुछ तत्त्वों की कमी हो जाती है। सन् 1907 ई० में फ्रोलिक ने पाया कि सूअरों को केवल अनाज खिलाकर स्कर्वी रोग हो जाता है। विटामिन की खोज करने से कुछ बीमारियों के निदान में मदद मिली। स्कर्वी, रिकेट्स व बेरी-बेरी रोग जिन्हें किसी खाद्य तत्त्व की कमी से उत्पन्न तो माना जाता था, किन्तु इनका उचित कारण व उपचार ज्ञात नहीं था। भोजन में विटामिन तत्त्व की मात्रा घटा-बढ़ाकर देने से इन सब रोगों का उपचार सम्भव हो गया।
सन् 1912 ई० में सर्वप्रथम फंक नामक वैज्ञानिक ने इन तत्त्वों को 'विटामिन' की संज्ञा दी। जीवन के लिए आवश्यक सुरक्षात्मक तत्त्व होने के कारण ही इसे Vitamine नाम दिया गया। जीवन के लिए जरूरी तथा बेरी-बेरी विरोधी तत्त्व में नाइट्रोजन की उपस्थिति के कारण ही यह नाम अधिक उपयुक्त समझा गया। बाद में इस धारणा को गलत पाया गया; क्योंकि पैलाग्रा, स्कर्वी, रिकेट्स आदि का सफलतापूर्वक उपचार करने वाले विटामिन्स में नाइट्रोजन समूह बहुत ही अल्प मात्रा में पाया गया। अतः विटामिन शब्द के अन्त का '' अक्षर समाप्त कर दिया गया।
इसके बाद ऑस्बॉर्न एवं मेण्डेल तथा मेकोलम एवं डेनिस ने दो अलग-अलग समूहों में कार्य करते हुए बताया कि वसा में एक ऐसा जरूरी तत्त्व पाया जाता है जो वृद्धि एवं जनन क्रिया में सहायक है। विटामिन की एक संक्षिप्त परिभाषा निम्न प्रकार दी जा सकती है-
ये संचित पदार्थ कई विटामिन की कमी के प्रभाव के लक्षण परिलक्षित कर देते हैं। अतः विटामिन के अभाव में अन्य पोषक तत्त्व भी शरीर को किसी प्रकार का लाभ नहीं पहुँचा पाते।
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- आहार एवं पोषण की अवधारणा
- भोजन का अर्थ व परिभाषा
- पोषक तत्त्व
- पोषण
- कुपोषण के कारण
- कुपोषण के लक्षण
- उत्तम पोषण व कुपोषण के लक्षणों का तुलनात्मक अन्तर
- स्वास्थ्य
- सन्तुलित आहार- सामान्य परिचय
- सन्तुलित आहार के लिए प्रस्तावित दैनिक जरूरत
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- आहार नियोजन - सामान्य परिचय
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- आहार नियोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- आहार नियोजन के विभिन्न चरण
- आहार नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक
- भोज्य समूह
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- पोषक तत्त्व - सामान्य परिचय
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- कार्बोहाइड्रेट्स - सामान्य परिचय
- 'वसा’- सामान्य परिचय
- प्रोटीन : सामान्य परिचय
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- खनिज तत्त्व
- प्रमुख तत्त्व
- कैल्शियम की न्यूनता से होने वाले रोग
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- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- विटामिन्स का परिचय
- विटामिन्स के गुण
- विटामिन्स का वर्गीकरण एवं प्रकार
- जल में घुलनशील विटामिन्स
- वसा में घुलनशील विटामिन्स
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- जल (पानी )
- आहारीय रेशा
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
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- प्रसवपूर्व पोषण (0-280 दिन) गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त पोषक तत्त्वों की आवश्यकता और जोखिम कारक
- गर्भावस्था के दौरान जोखिम कारक
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
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- स्तनपान से लाभ
- बोतल का दूध
- दुग्ध फॉर्मूला बनाने की विधि
- शैशवास्था में पौष्टिक आहार की आवश्यकता
- शिशु को दिए जाने वाले मुख्य अनुपूरक आहार
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- 1. सिर दर्द
- 2. दमा
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- 5. रक्त चाप
- 6. मोटापा
- 7. जुकाम
- 8. परजीवी (पैरासीटिक) कृमि संक्रमण
- 9. निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन)
- 10. ज्वर (बुखार)
- 11. अल्सर
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- मधुमेह (Diabetes)
- उच्च रक्त चाप (Hypertensoin)
- मोटापा (Obesity)
- कब्ज (Constipation)
- अतिसार ( Diarrhea)
- टाइफॉइड (Typhoid)
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाएँ और उन्हें प्राप्त करना
- परिवार तथा विद्यालयों के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
- स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाओं के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रः प्रशासन एवं सेवाएँ
- सामुदायिक विकास खण्ड
- राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम
- स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्तर्राष्ट्रीय संगठन
- प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर खाद्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न